चण्डीगढ़: आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब के सीनियर व विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि आबकारी समेत सरकारी खजाने की हो रही शरेआम लूट, की असली जड़ खुद मुख्यमंत्री हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह जितनी जल्दी कुर्सी छोड़ेंगे, इसी में ही पंजाब और पंजाबियों की भलाई है।
चीमा ने कांग्रेसी मंत्रियों-विधायकों को कहा कि वह अफसरों के साथ बहसबाजी करने की बजाय अपनी हाईकमान पर कैप्टन को चलता करने के लिए निर्णायक दबाव बनाएं, और या फिर पंजाब और पंजाबियों के हितों के लिए अपने पदों को कुर्बान करने की हिम्मत दिखाएं। हरपाल सिंह चीमा बृहस्पतिवार को चण्डीगढ़ में प्रैस कान्फ्रैंस को संबोधन कर रहे थे। इस मौके उनके साथ विधायक कुलतार सिंह संधवां, कोर समिति मैंबर गैरी बडि़ंग, सुखविन्दर सुखी, हरचन्द सिंह बरसट, मनजीत सिंह सिद्धू, प्रवक्ता गोबिन्दर मित्तल और नरिन्दर सिंह शेरगिल मौजूद थे।
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हरपाल सिंह चीमा ने कहा जैसे अकाली-भाजपा राज में सुखबीर सिंह बादल सभी माफियाओं का ‘सरगना’ था, उसी भूमिका में अब कैप्टन अमरिन्दर सिंह हैं। चीमा के मुताबिक,"यह जो अफसर और मंत्री-विधायक बिल्लियों की तरह लड़ रहे हैं, यह सब तो ‘मोहरे’ हैं असली ‘अलीबाबा’ तो खुद कैप्टन अमरिन्दर सिंह हैं। जो अपने किसी शाही फार्म हाऊस में बैठकर नीरो की तरह आनंद ले रहे हैं। दरबारी कैसे आपस में लड़ाई-झगड़ा कर रहे हैं, और कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण पंजाब के लोग कैसे भयभीत हैं, ‘महाराजा’ को कोई परवाह नहीं। चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री कम से कम अपनी लोकेशन ही जनतक कर दें।
हरपाल सिंह चीमा ने कांग्रेसियों मंत्रियों-विधायकों को कहा कि यदि तीन सालों के बाद सचमुच ही उनमें पंजाब के सरकारी खजाने और लोगों के लिए दर्द उमड़ा है तो अब वह इस बीमारी की जड़ काटकर ही दम लें। हरपाल सिंह चीमा ने कहा, ‘कांग्रेसी मंत्रियों और विधायकों की अग्नि परीक्षा अब शुरू हो चुकी है। मोह में सेटिंग कर गए या मुकदमों से डर कर बीच में ही पीछे हट गए तो पंजाब के लोगों के लिए यह कैप्टन बादलों से भी बड़े खलनायक होंगे।"
चीमा ने राज्य से शराब माफिया को खत्म करने के लिए दिल्ली और तमिलनाडु सरकार की तरह पंजाब में भी सरकारी शराब निगम बनाएं और शराब से होती आमदनी में 6200करोड़ रुपए की जगह 18000करोड़ रुपए की बढ़ौतरी और हजारों नौजवानों को रोजगार मुहैया करवाएं। हरपाल सिंह चीमा ने आबकारी समेत बाकी सभी माफीए की ओर से पंजाब की लूट के बारे में सीधा चीफ जस्टिस की निगरानी में हाईकोर्ट के मौजूदा जजों की ‘जांच कमीशन’ बैठाने की मांग की जो समयबद्ध रिपोर्ट दे।
चीमा ने कहा कि यदि कैप्टन सरकार ने माफिया और उनके समूह अफसरों-राजनीतिज्ञों के बचाव के लिए ऐसा न किया तो आम आदमी पार्टी 2022 में सत्ता में आने के उपरांत सब से पहले यह जांच कमीशन बैठाएगी और पंजाब के लोगों को इंसाफ देगी।