नई दिल्ली. आप की क्रांति। 'आप' विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली को क्राइम सिटी बनने से रोकने की बजाय 'आप' को बदनाम करने में व्यस्त भाजपा की दिल्ली पुलिस और नए उपराज्यपाल। भाजपा की दिल्ली पुलिस के नेतृत्व में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अपराधों के मामलों में 15% की बढ़ोतरी हुई है। भाजपा की दिल्ली पुलिस पर जनता का भरोसा कम हो रहा लेकिन एलजी साहब यह सोचने में व्यस्त हैं कि दिल्ली सरकार के कामों को किस प्रकार से रोका जाए। दिल्ली के एलजी से गुजारिश करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि राजनीति छोड़ दिल्ली सरकार के साथ मिलकर दिल्लीवालों के लिए काम करें। दिल्ली सरकार आपका पूरा सहयोग करेगी। आम आदमी पार्टी से राजेंद्र नगर के विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल जब सुबह का अखबार पढ़ता हूं तो दिल्ली की कानून व्यवस्था को देखकर भयभीत हो जाता हूं। दिल्ली में प्रतिदिन भयावह अपराध हो रहे हैं लेकिन इसको रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। आज एक 12 साल की लड़की की चाकू से गोदकर हत्या की कोशिश की गई। बच्ची की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि 7 जुलाई को तिलक विहार इलाके में वह बच्ची स्कूल जा रही थी। उसी दौरान उसके पड़ोसी ने उसपर चाकू से हमला कर दिया। वहीं, सोनिया विहार इलाके में एक साधु को पीट-पीटकर मार दिया गया। 6 जुलाई को एक 27 वर्षीय लड़के ने पटेल नगर क्षेत्र में ओपन फायर किया। दिल्ली के वेलकम एरिया में एक व्यक्ति ने अपनी पूर्व पत्नी पर ब्लेड और चाकू से कई बार हमला किया। उसकी हालत नाजुक है। 4 जुलाई को एक 7 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ। 2 जुलाई को पश्चिम विहार इलाके में एक बिल्डर को गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसी दिन 2 बाइक सवार ने एक व्यक्ति को गोली मारकर हत्या कर दी। 1 जुलाई को 22 वर्षीय महिला का बलात्कार करने के बाद हत्या कर दी गई। दुर्गेश पाठक ने कहा कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की पुलिस की कानून व्यवस्था इतनी खराब हो चुकी है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अपराध की वारदातों में 15% की बढ़ोतरी हुई है। 2021 और 2022 के शुरुआती 6 महीनों के आंकड़े देखें तो 2021 में चोरी के 2302 मामले तो इस साल 9450 मामले देखने को मिले। पिछले साल हत्या की कोशिश के 296 मामले तो इस साल 418 मामले देखने को मिले। स्नैचिंग के मामले पिछले साल 4124 रहे तो इस साल 4660 मामले हुए। मर्डर के मामले पिछले साल 214 थे तो इस साल 253 मामले हुए। डकैती के मामले पिछले साल 1014 थे तो इस साल 1161 मामले हुए हैं। भाजपा की दिल्ली पुलिस के नेतृत्व में धीरे-धीरे दिल्ली एक 'क्राइम सिटी' बनती जा रही है। देश की सभी मेट्रो सिटीज की तुलना में दिल्ली में बलात्कार के 40% अधिक मामले होते हैं। अटेंप्ट-टू-मर्डर के 25% अधिक मामले देखने को मिलते हैं। इन सभी घटनाओं को देखकर दिल्लीवासी डरे हुए हैं। दिल्ली पुलिस इन सब मामलों की रोकथाम करने के बजाय आम आदमी पार्टी के नेताओं पर अनाप-शनाप आरोपों में फंसाकर उन्हें जेल भेजने की कोशिश में लगी रहती है। दिल्ली पुलिस सिर्फ और सिर्फ भाजपा के नेताओं की सुरक्षा में व्यस्त रहती है। दिल्ली पुलिस के हेड यानी कि दिल्ली के नए एलजी साहब सिर्फ और सिर्फ आम आदमी पार्टी के कामों में हस्तक्षेप करने का काम कर रहे हैं। 22 मई को उनकी ड्यूटी की शुरुआत हुई और उसी दिन उन्होंने 40 अधिकारियों को ट्रांसफर कर दिया। इसके लिए न तो उन्होंने दिल्ली सरकार के साथ चर्चा की और न ही स्टैंडिंग कॉउंसिल से कोई बात की। उन्होंने कहा कि एलजी साहब के लगातार हस्तक्षेप के कारण दिल्ली की बसों की खरीद में समस्या आ रही है। यहां तक कि उन्होंने डोर-स्टेप राशन डिलीवरी भी रोक दी। हर दिन दिल्ली के अधिकारियों को बुलाकर धमकाते हैं। अभी सिंगापुर की सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को आमंत्रित कि आप आएं और बताएं कि आप ने दिल्ली में बड़े बड़े बदलाव किए हैं। केजरीवाल सिंगापुर जाकर कहीं देश के पक्ष में कोई बात ना कर दे इसलिए एलजी साहब ने अभी तक उसकी फाइल रोक रखी है। सोई हुई दिल्ली पुलिस को जगाने और दिल्ली को क्राइम सिटी बनने से रोकने की बजाय एलजी साहब अरविंद केजरीवाल जी की सरकार को परेशान करने और उनके कामों में हस्तक्षेप करने में व्यस्त हैं। मेरा एलजी साहब से सवाल है कि दिल्ली में अब तक जितने भी मामले हुए हैं, अपराध हुए हैं, क्या आपने उसके खिलाफ कभी कोई कदम उठाने की कोशिश की है? दिल्ली पुलिस पर कई आरोप लगे हैं क्या आपने कभी उसकी जांच करने की कोशिश की? दिल्ली पुलिस और दिल्ली के नागरिकों के बीच जो दूरी बढ़ती जा रही है, क्या आपने कभी उसको कम करने की कोशिश की है? सच्चाई यह है कि किसी भी राज्य या देश के लिए दुर्भाग्य का दिन वह होता है जब उसकी जनता का उसकी कानून व्यवस्था से विश्वास उठ जाता है। इसी प्रकार से भाजपा और दिल्ली के एलजी की पुलिस पर दिल्ली की जनता का भरोसा कम होता जा रहा है। दिल्ली के लोग असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। रात को 9-10 बजे के बाद बाहर निकलने से लोगों को डर लगने लगा है। और एलजी साहब यह सोचने में व्यस्त है कि दिल्ली सरकार के कामों को किस प्रकार से रोका जाए। 'आप' विधायक ने कहा कि आपने देखा होगा कि किस प्रकार से वह दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया जी पर लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं। वह नहीं चाहते हैं कि दिल्ली सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अपने बेहतरीन काम को जारी रख पाए। दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के विकास को रोकने की कोशिश में लगे हुए हैं। यहां तक कि आज जब दिल्ली पानी के क्राइसिस से जूझ रही है, उस दौरान आपने जल बोर्ड के सीईओ को हटा दिया। जबकि एलजी साहब को ऐसे क्राइसिस के समय अपनी जिम्मेदारियों की ओर काम करना चाहिए। सोई हुई दिल्ली पुलिस को जगाने का काम करना चाहिए। और पिछले 1 साल में दिल्ली में जो 15% अपराध बढ़े हैं, उनको कम करने की ओर काम करना चाहिए। दिल्ली की जनता की ओर से मैं एक अपील करना चाहता हूं कि इस प्रकार की हरकत करके आप कुछ देर के लिए तो अरविंद केजरीवाल जी को बदनाम कर लेंगे लेकिन इससे दिल्ली वालों का बहुत नुकसान हो जाएगा। आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि इस वक्त राजनीति को छोड़कर दिल्ली सरकार के साथ मिलकर दिल्लीवालों के लिए काम करें। आम आदमी पार्टी आपको पूरी तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है।