चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब के सीनियर व विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब सरकार से अपील की है कि वह दिल्ली में केजरीवाल सरकार की तरह कोरोनावायरस की जांच के लिए बड़े स्तर पर टेस्ट(जांच) और इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी पर जोर दे, जिससे कोरोना महामारी को हराया जा सके।
पार्टी हैडक्वाटर से शुक्रवार को जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि कोरोनावायरस के इलाज के लिए अपनाए जा रहे अलग-अलग तरीकों और इलाज प्रणालियों के अंतर्गत दिल्ली सरकार ने जहां प्रभावित क्षेत्रों को कैंटोनमैंट जोनों में बांट कर बड़े स्तर पर टेस्ट(जांच) मुहिम शुरु की हुई है, वहीं इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी पर जोर दिया, जिसके सफलता ने बड़ी उम्मीदें और हौसला दिया है।
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हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि प्राथमिक पड़ाव पर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 4मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी इलाज विधि अपनाई गई थी, इनमें से आईसीयू में दाखिल 2मरीज ठीक हो कर जनरल वार्ड में आ गए हैं, जबकि 2 की हालत में तेजी के साथ सन्तोषजनक सुधार हो रहा है। इससे उस्साहित हो कर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बड़े स्तर पर प्लाज्मा थेरेपी विधि अपनाने का फैसला लिया और इस बारे में केंद्र सरकार से विशेष इजाजत मांगी है। इस लिए जैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को प्लाज्मा दान करने के लिए उत्साहित करने का खुद बीड़ा उठाया हुआ है, उसी तरह कैप्टन अमरिन्दर सिंह को भी प्लाज्मा के अधिक से अधिक दान करने के लिए उन लोगों को उत्साहित करना चाहिए, जिन्होंने कोरोना को मातृ दे कर जिंदगी की जंग जीती है।
जिक्र योग्य है कि प्लाज्मा खून के कतरे में पाया जाने वाला एक वाइट ब्लड होता है, जिसको दान(डोनेट) करने से दानी के शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता और इस को हफ्ते में 2बार दान किया जा सकता है। हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि लॉकडाउन(कर्फ्यू) के बावजूद पंजाब में कोरोना वायरस के मामलों का बढऩा चिंता वाली बात है, परंतु इस को बड़े स्तर पर टेस्टिंग मुहिम चला कर काबू किया जा सकता है। चीमा ने लोगों को हर हाल में घरों में रहने की अपील करते सुचेत किया कि कोरोना प्रभावित जिन लोगों में कोरोना का कोई भी लक्षण सामने नहीं आता, वह ज़्यादा बड़ी चुनौती बन रहे हैं। जिसका एक ही एक तोड़ व्यापक टेस्टिंग(जांच) है।