नई दिल्ली । दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर उप राज्यपाल से मिलने के लिए "आप" विधायक उप राज्यपाल कार्यालय पहुंचे लेकिन पुलिस ने विधायकों को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा कि पिछले दो वर्षों में दिल्ली में अपराधों में 15 फीसदी और महिलाओं के खिलाफ 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि संगम विहार में पीड़ित बेटी के पिता ने पुलिस को शिकायत दी थी कि पड़ोस के लड़के छेड़छाड़ करते हैं। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो आज बच्ची सही सलामत होती। दिल्ली में 2020 में रेप का आंकड़ा करीब 1250 था। वह 2021 में 2076 से अधिक पहुंच गया है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए हम एलजी के पास चिट्ठी लेकर के आए थे। मगर उन्होंने बेरिकेट लगवाकर रोक दिया। विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि जब हमने उप राज्यपाल से मिलने के लिए कहा तो अंदर से संदेश आया है कि एलजी सो रहे हैं, अभी नहीं मिल सकते हैं। विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि एलजी को दो ही काम करने हैं पहला दिल्ली को साफ रखना और दूसरा दिल्ली को अपराध मुक्त रखना। इन दोनों में से एक भी नहीं हो रहा है। दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक आज उपराज्यपाल से मिलने के लिए उप राज्यपाल कार्यालय पहुंचे।
काफी मशक्कत के बाद भी उपराज्यपाल ने दिल्ली के विधायकों को मिलने का वक्त नहीं दिया। जिससे नाराज विधायकों ने उप राज्यपाल कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके जरिए दिल्ली में कानून व्यवस्था को बेहतर करने और महिलाओं पर बढ़ते अपराधों को कम करने की मांग की गई। उपराज्यपाल कार्यालय के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी के विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिसके बाद उन्हें बस के जरिए सिविल लाइन पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पुलिस द्वारा जबरन हिरासत में लिए जाने पर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने जबरदस्त नारेबाजी की। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को एक पत्र भेजा। इसके जरिए दिल्ली में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर किया गया है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले दो वर्षों में दिल्ली में अपराधों के पंजीकरण में लगभग 15 फीसदी की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में बताया गया सबसे चिंताजनक रुझान महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध हैं जो पिछले दो वर्षों में लगभग 41 फीसदी बढ़े हैं। पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के बाद आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा संगम विहार में एक बच्चे की बाप ने पुलिस को शिकायत दी कि पड़ोस के लड़के उसको छोड़ते हैं और बदतमीजी करते हैं। लेकिन पुलिस वालों ने कोई मदद नहीं की। उन लड़कों ने उस लड़की को पर गोली चला दी। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो आज बच्ची सही सलामत होती। एनसीआरबी के डाटा के मुताबिक दिल्ली में महिलाओं पर अपराध 41 फीसदी बढ़े हैं। दिल्ली में 2020 में रेप का जो आंकड़ा 1250 था वह 2021 में 2076 पहुंच गया है। उप-राज्यपाल दिल्ली की पुलिस को संभालते हैं। दिल्ली के चुने हुए विधायक उनसे मिलने आए। इसके अलावा विधायक लंबे समय सै मिलने के लिए समय मांग रहे हैं। विधायक दिलीप पांडे, दुर्गेश पाठक, विशेष रवि, जरनैल सिंह ने मिलने का समय मांगा लेकिन नहीं मिला। उपराज्यपाल आज पुलिस के दम पर हमारे विधायकों को गिरफ्तार करा रहे हैं। दिल्ली वाले यह देख रहे हैं। वहीं हिरासत में लिए जाने से पहले सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली विधानसभा में यह मामला चर्चा में आया है कि संगम विहार में एक बेटी के पिता स्कूल और स्कूल के बाहर उसकी प्रताड़ना को लेकर पुलिस से शिकायत कर रहे थे। पड़ोस के लड़के उस लड़की को परेशान करते थे। पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की और फिर तीन पड़ोस के लड़कों ने उस लड़की को गोली मार दी। दिल्ली सभी महानगरों में सबसे ज्यादा अनसेफ है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए हम एलजी के पास चिट्ठी लेकर के आए थे। सभी एमएलए एलजी साहब को ज्ञापन देंगे। उनके अधीन दिल्ली पुलिस आती है वो कुछ करेंगे। मगर इन्होंने हमें यहां पर रोक दिया है। अब हम इंतजार कर रहे हैं कि जब तक एलजी हमें समय देंगे तो एलजी से मिल लेंगे। यह कोई धरना नहीं है हम उप राज्यपाल के इंतजार में यहां बैठे हैं। विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि अभी अंदर से संदेश आया है कि एलजी सो रहे हैं। एलजी काफी गहरी नींद में सोए हुए हैं। वह कह रहे हैं कि अभी नहीं मिल सकते हैं, बाद में आइएगा। दिल्ली में 41 फीसदी अपराध के मामले महिलाओं के खिलाफ बढ़े हैं। दिनदहाड़े गोलियां मारी जा रही हैं। 10वीं 11वीं के बच्चे बंदूक लेकर घूम रहे हैं और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। एलजी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे ज्यादा दुर्भाग्य स्थिति क्या हो सकती है। विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि हम विरोध प्रदर्शन करने नहीं आए थे। हम सभी विधायक दिल्ली के अंदर जो कानून व्यवस्था की हालत हो रही है, इस पर एक ज्ञापन लेकर अपनी चिंता व्यक्त करने आए थे। इस उम्मीद में कि एलजी दिल्ली के प्रहरी हैं। हम भी दिल्ली के प्रतिनिधि हैं तो वो हमारी बात सुनेंगे। कानून व्यवस्था सीधे-सीधे एलजी की जिम्मेदारी है और उन्हीं के प्रति जबावदेही है। केंद्र की सरकार के साथ मिलकर दिल्ली की पुलिस बड़े कदम उठाएगी। इससे कि 25 अगस्त को जो घटना हुई है कि एक लड़की को कुछ लड़कों ने गोली मार दी, ऐसी घटनाएं दिल्ली के अंदर दोहराई नहीं जायेगी। उप राज्यपाल को पता नहीं कौनसा डर है कि हमें यहां बैठा लिया गया। पुलिस ने बैरिकेट लगाकर रोक दिया है। एलजी के पास दो ही काम करने हैं, दिल्ली को साफ रखना और दिल्ली को अपराध मुक्त रखना। इन दोनों में से एक भी काम नहीं हो रहे है। इसके अलावा वह आप विधायकों को सुनने और मिलने के लिए भी राजी नहीं है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसी के विरोध में यहां बैठे हुए हैं। उप राज्यपाल महोदय से अपील है कि कुछ काम कर लीजिए, अपनी जिम्मेदारियों का थोड़ा तो ख्याल करिए।