नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली दंगा में अपनी जान गंवाने वाले आईबी कर्मी स्वर्गीय अंकित शर्मा के परिवार को एक साल बाद भी कोई मुआवजा और नौकरी नहीं देने पर भाजपा और केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। ‘आप’ के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि स्व. अंकित शर्मा की हत्या पर भाजपा ने केवल साम्प्रदायिक राजनीति की और परिजन को मदद के नाम पर पीछे हट गई, जबकि केजरीवाल सरकार ने एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने के साथ उनके भाई को सरकारी नौकरी दी। जब भी कोई हत्या होती है, भाजपा उसे साम्प्रदायिक रंग देकर लोगों के बीच नफरत भड़काती है, लेकिन किसी के लिए कुछ नहीं करती है। आईबी, केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आता है। इसलिए आम आदमी पार्टी जानना चाहती है कि भाजपा और केंद्र सरकार ने एक साल में स्व. अंकित शर्मा के परिवार के लिए क्या किया? दिल्ली सरकार ने एक साल के अंदर ही 2221 से ज्यादा दंगा पीड़ितों में करीब 26 करोड़ रुपए से ज्यादा वितरित किया है, जबकि 1984 के दंगा पीड़ितों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में शनिवार को प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में 2020 की शुरुआत में काफी बड़े दंगे हुए थे। दंगों में आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का मामला सामने आया था। भाजपा ने उस पर बहुत ज्यादा राजनीति की थी। इसके अलावा, अंकित शर्मा के परिवार से बड़ी-बड़ी बातें और बड़े-बड़े वादे किए गए। घटना को अब करीब एक साल हो गया है, ऐसे में आम आदमी पार्टी भाजपा से पूछना चाहती है कि भाजपा ने स्व. अंकित शर्मा के परिवार के लिए क्या किया है? उस वक्त कहा गया था कि स्व. अंकित शर्मा के परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाएगी, क्या किसी को नौकरी दी गई है? आईबी सीधा-सीधा केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आता है, क्या किसी को नौकरी दी गई? अभी तक कितने करोड रुपए की सहायता राशि दी गई है? यह हम केंद्र सरकार और भाजपा से जानना चाहेंगे।
स्व. अंकित का परिवार भाजपा के कई बड़े नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से मिला, लेकिन भाजपा व केंद्र सरकार ने न कोई नौकरी दी और न कोई मुआवजा दिया- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब भी इस तरीके की कोई हत्या होती है, उसमें सांप्रदायिक रंग देकर भाजपा राजनीति करके लोगों के बीच में नफरत को भड़काती है, लेकिन किसी के लिए कुछ नहीं करती है। स्व. अंकित शर्मा का परिवार दर्जनों बार भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं, लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्रियों से मिला, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से कोई नौकरी नहीं दी गई। अंत में दिल्ली सरकार ने अंकित शर्मा के भाई को कंपनशिएट ग्राउंड पर नौकरी ऑफर की है। दिल्ली सरकार की एक नीति है कि कोई भी अधिकारी अगर दिल्ली में शहीद होता है, तो उनके परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी जाती है। दिल्ली सरकार ने स्व. अंकित शर्मा के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी है। उन्होंने कहा कि इस दंगे के भीतर और बहुत सारे दंगा पीड़ित इस तरह के भी थे, जिनकी दुकान, घर इस जल गए थे। दिल्ली सरकार ने करीब 2221 दंगा पीड़ितों को मदद की है। करीब 26 करोड रुपए दंगा पीड़ितों को दिए गए हैं। अब तक किसी भी सरकार में सबसे ज्यादा और जल्दी सहायता राशि दी गई है। आपको मालूम है कि 1984 के दंगा पीड़ितों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के लोगों को नाम के अंदर धर्म ढूंढने का बहुत शौक है। मैं बताना चाहूंगा कि कितने लोगों को अरविंद केजरीवाल की सरकार ने एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया है। अक्टूबर 2018 में 14 फौज के लोगों को, जिसमें मेजर अमित सागर भी शामिल हैं, उन्हें एक करोड रुपए की सम्मान राशि दी गई थी। कॉन्स्टेबल विनोद को सबसे पहले एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी गई थी। कॉन्स्टेबल विनोद ने शराब माफिया से लड़ते हुए अपनी जान दी थी। उनके परिवार को दिसंबर 2013 में सहायता राशि दी गई। परिवहन विभाग के कांस्टेबल दिनेश कुमार के परिवार को दिसंबर 2018 में 1 करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी गई। सीवर की सफाई करते हुए कुछ मजदूर मर गए थे, उनके परिवार को अगस्त 2017 में 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि दी गई थी।
इसके अलावा, मार्च 2021 में सिविक अस्पताल के लैब टेक्नीशियन की कोरोना से मौत हो गई। उनके परिवार को एक करोड रुपए दिए गए। फरवरी 2020 में हेड कांस्टेबल रतन लाल के परिवार को 1 करोड़ रुपए दिया गया। पीरागढ़ी में आग लगी थी, वहां पर लोगों की जान बचाते हुए फायर बिग्रेड के अमित कुमार बालियान शहीद हो गए। उनके परिवार को एक करोड़ रुपया दिया गया। बीएसएफ के जवान नरेंद्र सिंह शहीद हुए, तो उनके परिवार को एक करोड़ रुपए दिया गया। अंकित सक्सेना और ध्रुव त्यागी दिल्ली के अंदर मारे गए थे। उस समय भाजपा ने बहुत शोर मचाया था, लेकिन एक रुपए मदद नहीं की थी। जबकि दिल्ली सरकार ने अंकित सक्सेना और ध्रुव त्यागी के परिवार को मदद राशि दी थी। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ जाकर मैं खुद चेक देकर आया था। इसके अलावा एएसआई धर्मवीर सिंह, कॉन्स्टेबल अमरपाल, एएसआई विजय सिंह, एएसआई जितेंद्र, एएसआई महावीर सिंह, कॉन्स्टेबल गुलजारी लाल, कांस्टेबल राजपाल कसाना और एसआई खजान सिंह शहीद हुए थे। इन सब के परिवार को भी दिल्ली सरकार 1 करोड़ रुपए दे रही है। एनडीएमसी के अफसर मुईन खान को फाइव स्टार होटल के ऊपर कब्जा हटाते समय कॉन्ट्रैक्ट किलर द्वारा मरवा दिया गया था। उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी गई थी। यह नाम अखबारों से निकालकर बताए हैं। इसके अलावा कई परिवार ऐसे हैं जिन्हें दिल्ली सरकार ने 1 करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी है।