पटना: आम आदमी पार्टी बिहार की प्रदेश प्रवक्ता गुलफिशा युसुफ ने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था अपने गिरते स्तर के लिए पहले से ही बदनाम है। स्कूल एजुकेशन क्वालिटी इंडेक्स में बिहार का स्थान पूरे देश में नीचे से दूसरा है। प्रथम दिन की मैट्रिक परीक्षा में बिहार सरकार की पोल खुल गई और पेपर लीक होने के कारण सोशल साइंस की परीक्षा रद्द करनी पड़ी। इससे साफ पता चलता है कि शिक्षा को सरकार ने सुली पर चढ़ा दिया है। बिहार की कोई भी परीक्षा बिना पेपर लिक के नहीं होती। ये बिहार सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह है।
बिहार सरकार को शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए दिल्ली सरकार की तर्ज पर काम करना चाहिए और शिक्षा बजट के लिए सबसे ज़्यादा पैसे देने चाहिए। जिस प्रकार दिल्ली सरकार ने शिक्षकों को विदेश से ट्रेनिंग दिलवाई और इसके परिणाम स्वरूप दिल्ली के सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन प्राइवेट स्कूलों से बेहतर हुआ। आगे गुलफिशा जी ने कहा कि सरकार ने बिहार के विद्यार्थियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है, जिससे उनके आने वाले परीक्षाओं पर भी भय बना रहेगा और उनके रिजल्ट पर भी मानसिक तनाव के कारण असर पर सकता है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मृणाल कुमार राज ने बताया कि बिहार सरकार को अपने शिक्षा व्यवस्था और परीक्षाओं में होने वाली लापरवाही से पहले ही कोई सही कदम उठाना चाहिए था, आखिर कब तक सरकार अपनी विफल शिक्षा नीति की नाकामी छुपाती रहेगी।