नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि किसानों के आंदोलन को आज 20 दिन हो गए हैं। इसका समाधान केंद्र सरकार के पास है। केंद्र की भाजपा सरकार अहंकार छोड़कर किसानों की मांगों को पूरा करे। सीमा पर किसानों के बैठने से हो रहे नुकसान के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। आम आदमी पार्टी आंदोलन से निकली पार्टी है, यदि कहीं अन्याय होगा तो उसके खिलाफ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खड़े रहेंगे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय आज सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए दिल्ली सरकार की तरफ की जा रहीं सुविधाओं का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए गोपाल राय ने कहा कि तीनों कानून को वापस लेने और एमएसपी कानून बनाने को लेकर किसानों का जो आंदोलन चल रहा है, आम आदमी पार्टी और पूरी सरकार पहले दिन से उनके साथ है। आम आदमी पार्टी और सरकार की तरफ से यहां पर लोगों के लिए लंगर की सेवा दी जा रही है। शौचालय, पानी का इंतजाम करने की हम कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली के हमारे वालंटियर, विधायक, पार्षद और पदाधिकारी रोजाना सेवादारी करते हैं। आम आदमी पार्टी और सरकार एक सेवादार बन कर पूरी तरह से किसानों के समर्थन में है। हम चाहते हैं कि आज 20 दिन हो गए हैं। केंद्र सरकार अपना अहंकार छोड़ें और किसानों की मांगों को माना जाए। इसका समाधान केंद्र सरकार के पास है। सरकार को अब कम से कम अपनी जिद छोड़नी चाहिए। एक-एक दिन जिस तरह से किसान इस ठंड में ठिठुर रहा है, उसे इस तरह की दुर्दशा में नहीं छोड़ा जा सकता। मुझे लगता है कि यह देश के लिए आजादी के बाद का दुर्भाग्य है।
सीमा पर किसानों के बैठने से हो रहे नुकसान के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, किसानों ने कहा था कि उन्हें बैठने के लिए रामलीला मैदान दीजिए- गोपाल राय
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसानों का समर्थन न करे तो विपक्ष क्या करे, सरकार का समर्थन करे? विपक्ष लाठी चलवाने, वाटर कैनन चलवाने का समर्थन करे? अन्नदाता 20 दिन से सड़क पर बैठा है, विपक्ष जो है वो सरकार का समर्थन करे? सरकार अन्याय करे और विपक्ष विरोध भी ना करे? हमने पार्टी इसीलिए बनाई है। आम आदमी पार्टी आंदोलन से निकली पार्टी है। कहीं भी अन्याय होगा तो अन्याय के खिलाफ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे।
सीमा पर किसानों के बैठने से हो रहे नुकसान के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। किसानों ने तो कहा था कि हमे बैठने के लिए रामलीला मैदान दीजिए। अगर रामलीला मैदान में किसान बैठे होते तो नुकसान नहीं होता। लाठियां किसने चलाई, सीमा पर बेरिकेट किसने लगा रखा है, रामलीला मैदान किसने नहीं दिया? अगर मोदी सरकार पूरे देश को बर्बाद करना चाहती है तो उसको नहीं करने दिया जाएगा। इसलिए हम पूरी तरह से इस आंदोलन के साथ हैं और न्याय के साथ हैं। किसान जब मजबूत होगा तभी देश मजबूत होगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की ओर से भटकाने की कोशिश हो रही है, वे अमित शाह से मिलकर के पूरा खेल करते हैं- गोपाल राय
पंजाब के मुख्यमंत्री की ओर से भटकाने की कोशिश हो रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमित शाह से मिलकर के पूरा खेल करते हैं। दिल्ली आकर वह अमित शाह से मिलकर गए, किसानों से क्यों नहीं मिल कर गए? पंजाब से किसान यहां आकर सड़क पर बैठे हैं। कृषि कानूनों के लिए जो उस समय कमेटी बनी थी उसमें मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह सदस्य थे। तब एक बार भी उन्होंने नहीं बोला। मुझे लगता है कि आज वह मुद्दा नहीं है। आज मुद्दा यह है कि जब किसान सड़क पर है तो उसकी मांगों को माना जाए और केंद्र सरकार को यह बात माननी पड़ेगी। आज माने या कल माने। सरकार को किसान बनाता है। किसान को सरकार ने पैदा नहीं किया, सरकार को किसान ने पैदा किया है। अगर जिद पर सरकार आएगी तो जिस दिन किसान जिद पर आएगा उस दिन सरकार चली जाएगी।