नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई सीवाईएसएस एवं यूथ विंग ने केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि बिलों के खिलाफ धरनारत किसानों के समर्थन में आज मंगलवार को कनॉट प्लेस में ह्यूमन चेन बनाकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे देशभर के किसानों के समर्थन में सीवाईएसएस एवं यूथ विंग ने प्रदर्शन किया। ह्यूमन चेन के माध्यम से केंद्र में बैठी भाजपा सरकार से किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की अपील की है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी एवं विधायक जरनैल सिंह भी मौजूद रहे।
आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई सीवाईएसएस एवं यूथ विंग के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार दोपहर 12:00 बजे फार्मर बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में ह्यूमन चेन बनाकर अपना विरोध दर्ज कराया। तमाम कार्यकर्ताओं ने हाथों में बैनर लेकर, शांतिपूर्वक तरीके से केंद्र सरकार के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया। प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के विधायक एवं पंजाब प्रभारी जरनैल सिंह भी मौजूद रहे। आम आदमी पार्टी का मानना है कि किसानों के संबंध में केंद्र सरकार ने जो तीन बिल पास किए हैं, यह पूरी तरह से किसान विरोधी बिल हैं। आम आदमी पार्टी इन बिलों का विरोध करती है। देश भर से आकर दिल्ली की सीमा पर जो किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, आम आदमी पार्टी उन किसानों की मांगों का समर्थन करती है। इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के पीछे का मकसद, केंद्र सरकार से, किसानों की बात सुनने की अपील करना है।
भाजपा की दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे आम आदमी पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं को और विधायक जरनैल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय मीडिया को बयान देते हुए जरनैल सिंह ने कहा कि लाखों की संख्या में आज देश भर से किसान अपने परिवारों के साथ दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के पास इतनी भी फुर्सत नहीं है कि 2 मिनट के लिए इन किसानों की बात सुन सकें। उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह जी 1200 किलोमीटर दूर जाकर हैदराबाद में चुनाव के लिए प्रचार तो कर सकते हैं, परंतु उनके घर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर बैठे किसानों से मिलने के लिए उनके पास समय नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को इस बात का एहसास दिलाने के लिए प्रदर्शन किया है कि चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि किसानों से बातचीत करना, उनकी समस्याओं का समाधान करना ज्यादा जरूरी है।
आज इस देश में भाजपा के नेतृत्व में एक तानाशाह सरकार चल रही है, जो किसानों, जवानों, युवाओं, छात्रों, गरीबों, दलितों और विपक्षी पार्टियों की आवाज को दबाने और कुचलने का काम कर रही है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और संविधान इस देश के हर नागरिक को अपने हक के लिए लड़ने का अधिकार देता है। देश का किसान भी आज अपने अधिकारों के लिए लड़ रहा है। परंतु केंद्र में बैठी भाजपा की तानाशाह सरकार किसानों की बात सुनने के बजाए उन पर लाठियां चलवा रही है, आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं, वाटर कैनन से प्रहार किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है। जब तक केंद्र में बैठी तानाशाह मोदी सरकार इन किसान विरोधी बिलों को वापस नहीं लेती है, तब तक आम आदमी पार्टी का आंदोलन इसी प्रकार से जारी रहेगा। आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही इन बिलों का विरोध सड़क से लेकर संसद तक करती रही है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर और सांसदों ने संसद में इस बिल के विरोध में आवाज उठाई थी और जब तक यह बिल वापस नहीं लिया जाता तब तक इसी प्रकार से आवाज उठाते रहेंगे।