आम आदमी पार्टी बिहार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए सभी जिला और अनुमंडल अस्पतालों में डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरने की मांग मुख्यमत्री नीतीश कुमार से की है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि- बिहार के अस्पतालों में डॉक्टर के 11645 पद हैं, जिसमें अभी सिर्फ 2870 डॉक्टर कार्यरत हैं। राज्य की 14करोड़ की आबादी के अनुपात में यह संख्या काफी कम है। कोरोना का पीक अभी बिहार आना बाकी है, लिहाजा बिहार सरकार को युद्ध स्तर पर बहाली निकालकर डॉक्टरों शेष 8768 डॉक्टरों की बहाली कर लेनी चाहिए। ऐसा करने से जिला और अनुमंडल स्तर के अस्पतालों में भी कोविड-19 संक्रमित मरीजों का ईलाज शुरू हो सकेगा और पटना के तीनों अस्पतालों पर दबाव घटेगा।
इलाज की दरें ऊंची होने की वजह से गरीब जनता के पहुंच से दूर है, सरकारी खर्चे पर सुनिश्चित करे...
उन्होंने आगे कहा है कि- बिहार सरकार राज्य के सभी स्तरीय निजी अस्पतालों के बेड्स का अधिग्रहण कर कोरोना संक्रमित मरीजों का मुफ्त इलाज सरकारी खर्चे पर सुनिश्चित करे। सरकारी आदेश के बावजूद पटना के 16निजी अस्पतालों में अभी तक कोरोना का इलाज शुरू नहीं हो पाना चिंता का विषय है, किन्तु निजी अस्पतालों में इलाज की दरें ऊंची होने की वजह से यह राज्य की गरीब जनता के पहुंच से दूर है।
आम आदमी पार्टी बिहार के संगठन मंत्री राहुल कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि पटना के तीनों कोविड-19 के ईलाज के लिए चिन्हित बड़े सरकारी अस्पतालों पीएमसीएच, एनएमसीएच एम्स से अव्यवस्था कि लगातार शिकायतें आ रही है, जिसमें संसाधन, चिकित्सक, बेड, आक्सीजन, वेंटिलर का आभाव प्रमुख है। संक्रमितों को भर्ती नहीं किए जाने तथा ईलाज के आभाव की वजह से हो रही मौतों के खिलाफ AAP स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के आवास के आगे हल्ला बोल प्रदर्शन करेगी।