अजमेर। पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार हो रही बेतहाशा वृद्धि एवं वैश्विक कोरोना महामारी से त्रस्त आम जनता की कमर टूट गयी है। इस वृद्धि का विरोध करने संवेदनशील आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ता केंद्र व राज्य सरकार के पुतले जलाने अजमेर कलेक्टरेट मुख्यालय पर इकठ्ठा हुए, परन्तु प्रशासन ने राज्य सरकार के एक आदेश का हवाला देते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। इस घटना के तकरीबन एक से डेढ़ घंटे बाद अजमेर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने फव्वारा सर्किल पर भारत के प्रधानमंत्री का पुतला जलाया। आम आदमी पार्टी इस तरफदारी और तानाशाही का विरोध करती है।
प्रदेश की संवेदनहीन कांग्रेस सरकार वैश्विक कोरोना महामारी में आम जनता को किसी भी प्रकार की रियायत देने में नाकाम रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, पर धरातल पर आम जनता तीन माह के लॉकडाउन के दौरान हुई आर्थिक हानि से प्रताड़ित है, और उस पर कोढ़ में खाज का काम कर रहे है - बिजली के बिल, स्कूल की फीस, बिना किसी भी तैयारी के और इजराइल जैसे देश में स्कूली बच्चों के स्कूल जाने पर कोरोना पॉजिटिव होने के उदहारण पर भी प्रदेश सरकार का स्कूल खोलने पर आमादा होना। अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, और प्रदेश के नीरो चैन की बंसी बजा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार के इस तानाशाही पूर्ण रवैये का घोर विरोध करती है, तकरीबन 45साल पहले आज ही के दिन कांग्रेस ने इसी प्रकार जनता के अधिकारों के दमन की कुत्सित चेष्टा की थी, जिसके परिणाम स्वरुप जनता ने उनको चुनावों में उखाड़ फेंका था। प्रदेश की गहलोत सरकार आज सत्ता के मद में निरंकुश आचरण कर रही है, और जनता के अधिकारों का हनन कर रही है, जिस की परिणीति कांग्रेस के सत्ता च्युत हो घर बैठने में होगी।