बंजार:
आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर भीड़ इकट्ठी करने के लिए नया शगूफा करने का आरोप लगाया है पार्टी के विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी पूर्ण चंद का कहना है कि कांग्रेस से आम जनता का मोह भंग हो गया है यही वजह है की कांग्रेस को नए नए हथकंडे अपनाने पड़ रहे हैं.
आम आदमी पार्टी बंजार ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि यह पार्टी विकास कार्यों को दरकिनार कर केवल उद्घाटन और शिलान्यास को तवज्जो दे रही है यही वजह है कि बंजार का विकास ठिठक गया है अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है स्कूलों में अध्यापक नहीं है सड़कें बदहाल हैं लेकिन मंत्रीजी अपनों को नफा पहुंचाने में मशगूल है पार्टी का कहना है कि आने वाले चुनाव में बंजार की जनता कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों को सबक सिखाएगी क्योंकि बीते 40 सालों से यहां के नेताओं ने जनता से छल ही किया है,
आम आदमी पार्टी का कहना है कि बंजार में भीड़ इकट्ठा करने के लिए नियोजित तरीके से एक दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया ताकि आम जनता को लगेगी और भीड़ मंत्री क के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आई है.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि इस कार्यक्रम में मंच इस कार्यक्रम में मात्र 100 के करीब लोग आए थे वह भी कांग्रेस के कार्यकर्ता ही थे आप का आरोप है कि बंजार में कांग्रेस का जनाधार खिसका जा रहा है इस बात का अंदेशा बंजार में करण सिंह के कार्यक्रम से साबित होता है आम आदमी पार्टी ने कहा है कि बंजार में कांग्रेस ने विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया और जब 4 साल खत्म होने के बाद चुनाव करीब आ रहे हैं तो उद्घाटन और शिलान्यास ओं के लिए होड़ लगी हुई है.
पूरनचंद मोहर सिंह आदि का कहना है कि बंजार ने विकास का पहिया थम सा गया है अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है स्कूलों में अध्यापक नहीं है सड़कें बदहाल हैं लेकिन मंत्री जी और बंजार के कांग्रेसी अपनी दुनिया में व्यस्त हैं उनका कहना है कि केवल मात्र लोक निर्माण विभाग का डिवीजन खोलने से विकास नहीं होगा बल्कि सड़कों में गुणवत्ता युक्त काम की जरूरत है.
बंजार क्षेत्र के मंत्री केवल अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए ही सारे क्रियाकलाप कर रहे हैं आम आदमी पार्टी का कहना है कि शाकटी मरोड़ से घलियाड मशियार डीमन चाह्डी से पल्दी पनिहार तक बंजार की हर क्षेत्र की स्थिति बेहद नाजुक है लोगों को समझ नहीं आ रहा कि किसके दरबार जाकर कहें आप का कहना है कि आने वाले चुनाव में बंजार की जनता कांग्रेस को तो सबक सिखाएगी लेकिन भाजपा को भी इस बार सबक सीखना पड़ेगा