चंडीगढ़:
आम आदमी पार्टी पंजाब कनवीनर गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने कहा है कि केंद्र और पंजाब में अकाली-भाजपा की सरकारों ने पंजाब के लकडी उत्पादक किसानों (फौरैस्ट्री फारमर) और लकडी उद्योग को बर्बाद कर दिया है। वड़ैच ने जारी ब्यान में पंजाब के मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल को इस का जिम्मेदार बताते कहा कि केंद्र और पंजाब में इनकी सरकार होने के बावजूद पंजाब के पॉपुलर और सफेदा उत्पादक किसानों की सार तक नहीं ली गई। किसान और व्यापारी विरोधी नीतियों के कारण लकडी उत्पादक किसानों और इन पर निर्भर पलाईवुड्ड इंडस्ट्री बर्बाद हो गई है। पापुलर और सफेदे की लकडी का प्रति क्विंटल मूल्य औसतन 1200 रुपए से कम हो कर 400 रुपए से भी नीचे आ गया है। पंजाब की 80 प्रतिशत पलाईवुड्ड फैक्टरियां बंद होने के कारण इनमें काम करते हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं।
गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने कहा कि यदि बादल सरकार ने पंजाब किसान कमीशन की तरफ से पॉपुलर और सफेदा उत्पादक किसानों के लिए की गई सिफारिशों को लागू करने में चुस्ती दिखाई होती और पॉपुलर, सफेदे और डेक की लकडी का कम से कम समर्थन मूल्य तय किया होता तो पंजाब के लकडी उत्पादक किसानों का इतना बुरा हाल न होता, जबकि केंद्र में अपनी हिस्सेदार सरकार होते प्रकाश सिंह बादल यह काम आसानी से करवा सकते थे। इसके इलावा चीनी बाजार की तरफ से पलाईवुड्ड और दूसरे लकडी उद्योग को दी जा रही चुनौती की कुंजी भी केंद्र सरकार के हाथ था। गुरप्रीत वड़ैच ने कहा कि पहले कांग्रेस और फिर अकाली-भाजपा सरकारों ने लकडी उत्पादक किसानों और लकडी उद्योग को बचाने के लिए कोई ठोस नीति या कदम नहीं उठाया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर लकडी उद्योग और लकडी उत्पादक किसानों को हर संभव सहायता दे कर पुर्ण तौर पर सुरजीत किया जाएगा।
वड़ैच ने कहा कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा सरकारों की बेरुखी के कारण पिछले 15 सालों में पंजाब में लकड उत्पादन में सवा लाख एकड़ से अधिक क्षेत्रफल कम हो गया है, जो वातावरण के लिए भी बड़ी चिंता का विषय है।