नगर निगम लखनऊ और प्राइवेट कंपनी ज्योति इंवैरोटेक् ने मिलकर जनता के हज़ारों करोड़ रुपये का घोटाला किया । आम आदमी पार्टी पिछले कई महिनों से कंम्पनी को नगर निगम द्वारा किये गए भुगतान के बिलों एवं उससे संबंधित 500 पन्नों की पत्रावली की मांग आर टी आई के माध्यम से कर रहे थे । कागजातों को पाने के लिए उचित फीस भी जमा कर दी गई थी लेकिन लखनऊ महापौर डॉ दिनेश शर्मा के इशारे पर नगर निगम उन कागजातों को देने में आनाकानी कर रहा था ।
आज जिला AAP संयोजक गौरव माहेश्वरी के नेतृत्व में कई AAP कार्यकर्त्ता 500 पन्नों की पत्रावली को लेने पुनः नगर निगम पहुंचे । आज भी जनसूचना अधिकारी पी के श्रीवास्तव ने आनाकानी करते हुए सूचना का जबाब देने से लगभग मना कर दिया जिससे कार्यकर्ताओं ने विरोद्ध किया और फिर पत्रावली न मिलने तक कार्यकर्ता नगर निगम कार्यालय के बाहर धनरने पर बैठ गए ।
आज भी जनसूचना अधिकारी पी के श्रीवास्तव ने आनाकानी करते हुए सूचना का जबाब देने से लगभग मना कर दिया जिससे कार्यकर्ताओं ने विरोद्ध किया और फिर पत्रावली न मिलने तक कार्यकर्ता नगर निगम कार्यालय के बाहर धनरने पर बैठ गए ।
अधिकारीयों से काफी बहस, कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन और पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तारी की चेतावनी के बाबजूद दोपहर में भयंकर गर्मी में AAP कार्यकर्ता डटे रहे और ऐसे सभी के संघर्ष की वजह से अंत में नगर निगम लखनऊ को 500 पन्नों की पत्रावली उपलब्ध करानी पड़ी ।